58
मैने देखा जो पेस्टीसाइड, इन्सेक्टीसाइड खतरनाक कीड़े मार सकता है, वो जहर हमारी मिट्टी और पानी पर रहम कैसे कर सकता है। मतलब ये जहर नदी हो या पाताल का पानी, दोनों की शुद्धता बिगाड़ सकता है, 400 फीट गहराई में भी जहर फेल सकता है। लिहाजा इस खतरनाक समस्या के लिए हम फिर से एनजीटी गये, सुनवाई हुयी, गाइडलाइन बनी, 166 तरह के पेस्टीसाइड बंद किये, मगर मतलब समाधान में फिर भी कमी रही, क्योंकि पेस्टीसाइड हो या इन्सेक्टीसाइड, इनके प्रोडक्शन हो या उससे होने वाले नुकसान की माॅनीटरिंग, ये जिम्मेदारी उन्हीं अफसरों के हाथ में छोड़ी गयी, जिन्होने सब्जी, फल, के साथ पूरे देश को कैमीकल खिलाये। ना जानें कितनों को क्या-क्या नुकसान कराये। लिहाजा यहां लिखा जा सकता है कि आर0ओ0 का पानी हो या एयर प्यूरीफाई की हवा, दोनों ने हमारे विचार और इंसाफ की लड़ाई को थोड़ा कमजोर किया है।